School Holiday 2025: छत्तीसगढ़ में इस साल गर्मी की स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। तापमान 44 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है, जिससे राज्य के शिक्षा विभाग ने ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा की है। यह अवकाश 25 अप्रैल 2024 से शुरू होगा और 15 जून 2024 तक चलेगा। पहले, स्कूलों की छुट्टियां 1 मई से शुरू होने वाली थीं, लेकिन गर्मी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए इसे 5 दिन पहले ही लागू कर दिया गया है।
इस अवकाश का लाभ सभी सरकारी, गैर-सरकारी, निजी और अनुदान प्राप्त स्कूलों के छात्रों को मिलेगा। यह निर्णय इस लिए लिया गया है ताकि छात्रों को गर्मी की लू और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से बचाया जा सके। राज्य में बढ़ते तापमान के कारण, सरकार ने यह तय किया है कि बच्चों की सेहत का ख्याल रखा जाना चाहिए।
हालांकि, यह ध्यान देने वाली बात है कि यह अवकाश केवल छात्रों के लिए है। शिक्षकों को स्कूल में उपस्थित रहना होगा और उन्हें विद्यालय से संबंधित विभिन्न कार्यों को पूरा करना है। पुराने प्रशासनिक निर्देशों का पालन भी जारी रहेगा। इससे यह संकेत मिलता है कि सरकार शिक्षकों की जिम्मेदारियों को कम नहीं कर रही है, बल्कि छात्रों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता दे रही है।
इसके साथ ही, शिक्षा विभाग ने पहले से घोषित समर क्लास और समर कैंप को भी रद्द कर दिया है। सरकार ने समर क्लासेस की योजना बनाई थी, ताकि बच्चे अपनी पिछली पढ़ाई को दोहरा सकें और विभिन्न कौशल विकसित कर सकें। लेकिन कई अभिभावकों और शिक्षक संगठनों ने इस पर चिंता जताई। उनका मत था कि इस गर्मी में बच्चों को स्कूल बुलाना उनके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है।
अभिभावकों ने यह भी कहा कि बच्चों को गर्मी के दौरान स्कूल भेजना न केवल सुरक्षित नहीं है, बल्कि इससे उनकी सेहत भी प्रभावित हो सकती है। इस विरोध को सुनकर सरकार ने इन कार्यक्रमों को रद्द करने का निर्णय लिया। अब बच्चे 25 अप्रैल से 15 जून तक बिना किसी अध्ययन के आराम से छुट्टियों का आनंद ले सकेंगे।
छत्तीसगढ़ सरकार का यह कदम छात्रों की सेहत के प्रति उनकी गंभीरता को दर्शाता है। गर्मी के इस मौसम में यह फैसला बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। जब तापमान इतना ऊंचा होता है, तो बच्चों को बाहर जाने से रोकना सही कदम है। इससे न सिर्फ उनकी सेहत सुरक्षित होगी, बल्कि वे आराम से अपनी छुट्टियां बिता सकेंगे।
छुट्टियां शुरू होने के बाद, अब पूरे 52 दिनों तक स्कूलों में सन्नाटा छाया रहेगा। इस अवधि में छात्र अपने परिवारों के साथ समय बिताएंगे, खेलेंगे और गर्मी के मौसम का आनंद लेंगे। इस तरह, यह फैसला न केवल बच्चों की सेहत को सुरक्षित करेगा, बल्कि उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से भी स्वस्थ रखेगा।
अंत में, यह कहा जा सकता है कि सरकार ने जिस तरह से छात्रों की सेहत को प्राथमिकता दी है, वह सराहनीय है। जब भी ऐसे गंभीर मौसम की स्थिति उत्पन्न होती है, तो यह जरूरी हो जाता है कि हम बड़े फैसले लेकर बच्चों की भलाई को सुनिश्चित करें। छत्तीसगढ़ में लिया गया यह निर्णय सभी के लिए एक प्रोत्साहन है कि हमें अपने बच्चों की सेहत और सुरक्षा का खास ख्याल रखना चाहिए।
इस प्रकार, 25 अप्रैल 2024 से शुरू होने वाले अवकाश का उद्देश्य सभी छात्रों को सुरक्षित और स्वस्थ रखने का है, ताकि वे इस कड़ी गर्मी में आराम से समय बिता सकें और अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दे सकें।