Cibil Score Check Update: जब भी आप लोन लेने या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते हैं, ‘सिबिल स्कोर’ का जिक्र अक्सर उठता है। यह तीन अंकों की संख्या आपकी क्रेडिट वृद्धि और वित्तीय जिम्मेदारियों का प्रतिनिधित्व करती है। उच्च सिबिल स्कोर न केवल आपके लोन की स्वीकृति को बढ़ाता है, बल्कि आपको बेहतर दरों और शर्तों का भी लाभ दिला सकता है। इस लेख में, हम सिबिल स्कोर, इसके महत्व, और इसे बेहतर बनाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे।
सिबिल स्कोर क्या है?
सिबिल स्कोर मुख्यतः 300 से 900 के बीच होता है। इसका सीधा मतलब है कि जितना अधिक आपका स्कोर होगा, उतनी ही अधिक वित्तीय विश्वसनीयता होगी। आमतौर पर, अगर आपका सिबिल स्कोर 750 या उससे ऊपर है, तो इसे अच्छा माना जाता है। जबकि 600 से कम स्कोर होने पर लोन मिलने की संभावना कम हो जाती है।
नए नियम और सिबिल स्कोर का अपडेट
हाल ही में, भारतीय रिजर्व बैंक ने घोषणा की है कि अब सिबिल स्कोर हर महीने दो बार अपडेट होगा—15 तारीख और महीने के आखिरी दिन। इस बदलाव का उद्देश्य ग्राहकों को उनके स्कोर में होने वाले बदलावों की ताजगी से जानकारी प्रदान करना है। इससे आपको अपनी वित्तीय स्थिति की अद्यतन जानकारी मिलेगी, जो लोन लेने की प्रक्रिया में सहायक हो सकती है।
क्या बार-बार सिबिल स्कोर चेक करने से स्कोर खराब होता है?
यह एक सामान्य प्रश्न है। अगर आप अपना सिबिल स्कोर खुद चेक करते हैं, तो यह “सॉफ्ट इंक्वायरी” कहलाता है, जो आपके स्कोर को प्रभावित नहीं करता। लेकिन जब कोई बैंक या वित्तीय संस्थान आपका स्कोर चेक करता है, तो इसे “हार्ड इंक्वायरी” कहा जाता है, जो संभावित रूप से आपके स्कोर को कम कर सकता है। इसलिए, अपने स्कोर की जांच करते समय सावधानी बरती जानी चाहिए।
सिबिल स्कोर को खराब करने वाले कारण
सिबिल स्कोर के खराब होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। समय पर लोन या क्रेडिट कार्ड की किस्तें न चुकाना, क्रेडिट कार्ड के अधिकतम लिमिट तक पहुंचना, बार-बार लोन के लिए आवेदन करना, लोन का सेटलमेंट कराना, या डिफॉल्टर के लोन का गारंटर बनना इन में शामिल हैं। इसके अलावा, लंबे समय तक क्रेडिट एक्टिविटी न करना भी स्कोर को प्रभावित कर सकता है।
सिबिल स्कोर को कैसे सुरक्षित रखें?
अगर आप चाहते हैं कि आपका सिबिल स्कोर बेहतर बना रहे, तो निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
- ईएमआई का समय पर भुगतान: लोन और क्रेडिट कार्ड की ईएमआई को नियमित रूप से समय पर चुकाएं। देरी होने पर स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
- क्रेडिट कार्ड लिमिट का उपयोग: अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट का अधिकतम 30-40% ही उपयोग करने का प्रयास करें। इस से आपका स्कोर स्थिर रहता है।
- सही समय पर आवेदन करें: बिना सोचे-समझे कई बैंकों में लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन ना करें। यह आपके स्कोर को प्रभावित कर सकता है।
- पुराने अकाउंट बनाए रखें: यदि संभव हो, तो अपने पुराने लोन या क्रेडिट कार्ड अकाउंट को चालू रखें। इससे आपकी क्रेडिट हिस्ट्री मजबूत होती है।
- क्रेडिट रिपोर्ट की नियमित जांच: समय-समय पर अपनी क्रेडिट रिपोर्ट की जांच करें ताकि गलत जानकारी का समाधान किया जा सके।
सिबिल स्कोर को सुधारने के उपाय
अगर आपका सिबिल स्कोर कम है, तो कुछ आसान उपाय अपनाकर आप इसे सुधार सकते हैं:
- सभी बकाया लोन और क्रेडिट कार्ड बिलों का समय पर भुगतान करें।
- यदि कोई डिफॉल्ट है, तो उसे जल्द सोराएं।
- अपने खर्चों को सीमित रखें और अनावश्यक उधारी से बचें।
- एक ही समय में कई जगहों पर लोन के लिए आवेदन करने से बचें।
अपने सिबिल स्कोर की जांच कैसे करें?
आप अपने सिबिल स्कोर की जांच CIBIL की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर मुफ्त में कर सकते हैं। इसके अलावा, RBI द्वारा मान्यता प्राप्त अन्य प्लेटफॉर्म भी हैं। किसी भी अनधिकृत वेबसाइट का उपयोग न करें, क्योंकि यह आपकी वित्तीय जानकारी को जोखिम में डाल सकता है।
सिबिल स्कोर आपके वित्तीय जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इससे न केवल लोन और क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन में सहायता मिलती है, बल्कि यह आपकी वित्तीय जिम्मेदारियों का भी संकेत देता है। इसलिए, अपने सिबिल स्कोर का ख्याल रखें और उसे बेहतर बनाने के उपाय अपनाएं। बेहतर सिबिल स्कोर का मतलब है आपके लिए बेहतर वित्तीय अवसर, और भविष्य में समस्याओं से बचने की संभावना।
अगर आपके मन में इस विषय पर और सवाल हैं, तो हमसे पूछना न भूलें। आपकी वित्तीय यात्रा में एक अच्छे सिबिल स्कोर की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है, इसे नजरअंदाज न करें।